हे संकट मोचन चिरंजीवी प्रभु सभी पर अपनी विशेष कृपा और आशीर्वाद बनाये रखें

 

 

हे संकट मोचन प्रभु मैं अपना जीवन आपके श्री चरणों में समर्पित करता हूँ — समाजसेवी राजू शर्मा 

 

आगरा,संजय साग़र सिंह। चिरंजीवी प्रभु संकट मोचन श्री हनुमान जी साहस, अद्वितीय प्रेम, समर्पण, निस्वार्थ सेवा, प्रेरणा और भक्ति का आदर्श प्रतीक हैं। वे अज़र अमर हैं, आज़, कलियुग में भी वे संसार में विचरण कर रहे हैं और अपने भक्तों की सहायता करते हैं। उनके नाम का जाप या हनुमान चालीसा का पाठ करने से भय, चिंता और कष्ट दूर हो जाते हैं। उनकी पूजा से बल, बुद्धि और विद्या की प्राप्ति होती है।

 

चिंजीवी संकट मोचन प्रभु को अपना जीवन उनके श्री चरणों में समर्पित करते हुए समाजसेवी राजू शर्मा ने सभी को श्री हनुमान जयंती की शुभकामनाएं दी और कहा, सब सुख लहै तुम्हारी सरना, तुम रक्षक काहू को डरना। संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलबीरा। जय जय हनुमत बलबीरा। हे चिरंजीवी संकट मोचन प्रभु मैं अपना जीवन आपके चरणों में समर्पित करता हूँ।

जो आपको अच्छा लगे वह कर देना, जो अगर आपको लगे कि आपसे मेरा संबंध हट जाएगा तो उसे मेरे मांगने पर भी पूरा नहीं करना। बस, यह मेरा जीवन व्यर्थ ना जाए। हे चिरंजीवी संकट मोचन प्रभु हम पर और हमारे परिवार पर अपनी विशेष कृपा और आशीर्वाद सदैव बनाएं रखना। प्रभु सबका भला करें।

 

उन्होंने आगे कहा, मेरे प्रभु हनुमान जी सब समझते हैं, वो ज्ञान विज्ञान के महासागर है। अरे दोस्तों, ये क्या बात हुई कि “वो मेरी मांग पूरी नहीं करते” जो मिलना होगा वो बिन मांगे मिल जाएगा, उनके आश्रित रहो। मांगने की जरूरत नहीं। भाई यह मनुष्य का जीवन मांगने के लिए मिला है क्या ? अगर प्रभु से मांगना ही है तो यह मांगों कि “प्रभु आप के चरणों में भक्ति हो जाए, मैं कैसी भी परिस्थिति में रहू। प्रभु कभी आपको भूलूं नहीं।

यह मेरा जीवन व्यर्थ ना जाए। कौन क्या कर रहा है ? कैसे कर रहा है ? क्यों कर रहा है ? कौन किसकी बुराई कर रहा हैं ? इन सब नकारात्मक बातों से आप जितना मुझे दूर रखेगें मैं उतना ही खुश रहूंगा। जो आपको अच्छा लगे वह कर देना। जो आपको ऐसा लगे कि आपसे मेरा संबंध हट जाएगा। तो आप उसे मेरे मांगने पर भी कभी भी पूरा नहीं करना।

साथ ही समाजसेवी राजू शर्मा ने कहा, प्रभु आप सब समझते हैं, मैं आप पर आश्रित हूँ। इसलिए प्रभु मैं अपना जीवन आपके चरणों में पूरी तरह से समर्पित करता हूँ। आपकी कृपा और आशीर्वाद से मेरा जीवन सार्थक हो जाए। आज मैं आपके चरणों में खड़ा होकर अपने जीवन की सारी चुनौतियों और संकटों को आपके चरणों में छोड़ना चाहता हूं।

आपकी शक्ति और कृपा से मुझे विश्वास है कि मैं सभी चुनौतियों का सामना कर सकता हूं। हे संकट मोचन आपकी महिमा अपरंपार है। आप हमारे संकटों को दूर करने वाले हैं। आपकी कृपा से हमारा जीवन सुखी और समृद्ध हो जाता है। मुझे आपकी शरण में रहने की अनुमति दीजिए। मुझे आपकी कृपा और आशीर्वाद की आवश्यकता है। मैं आपका आभारी हूं। आपकी महिमा को मैं अपने जीवन में हमेशा याद रखूंगा।

आखिर में समाजसेवी राजू शर्मा ने कहा, चिरंजीवी प्रभु का चरित्र हमें यह सिखाता है कि निस्वार्थ सेवा, सच्ची भक्ति और समर्पण से कोई भी कार्य असंभव नहीं है। इसलिए सभी से हमारा विनम्र अनुरोध हैं कि चिरंजीवी प्रभु संकट मोचन श्री हनुमानजी की महिमा को अपने जीवन में उतारना चाहिए और उनकी कृपा और आशीर्वाद से अपने संकटों को दूर करना चाहिए।

संकट मोचन प्रभु की महिमा अपरंपार है, उनकी शक्ति और कृपा से हमारे सारे संकट दूर हो जाते हैं। हनुमानजी की भक्ति से हमें शक्ति, साहस और आत्मविश्वास मिलता है। ॐ हनुमंते नमः केसरी नन्दन – अंजनी पुत्र, श्री राम दूत चिरंजीवी प्रभु सभी पर अपनी विशेष कृपा और आशीर्वाद बनाये रखें। जै जै हनुमान – जै जै श्री राम।

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